Friday, December 24, 2010

कांग्रेस को हिन्दू मुसलमानों के दुःख दर्द से कुछ लेना देना नहीं # जावेद malik

राष्ट्र भक्त संगठनो के प्रयासों से देश में बढती हुई हिन्दू मुस्लिम एकता से फ़िलहाल कांग्रेस बोखला चुकी है ! यही वजह है की उसके महामंत्री राहुल गाँधी जैसे नेता भी बकवास व भड़काऊ बयाँ दाग कर हिन्दू और मुसलमानों को बद्काने की कोशिश कर रहे है ! लेकिन देश का हिन्दू और मुस्लमान दोनों यह जान चुके है कि कांग्रेस अपना उल्लू सीधा करने की खातिर वक्त वक्त पर इस तरह की कवायद करती है ! आज जो कांग्रेस मुसलमानों का रहनुमा बनने का सपना दिखा रही है उसके ६० साल के राज़ में भी भारत का मुस्लमान कोई खास तरक्की हासिल नहीं कर सका है यह किसी से छिपा नहीं है हिन्दू मुसलमानों की बढती एकता से कांग्रेस की लुटिया लगातार डूब रही है ! यही वजह है कि कांग्रेस कि हवाइया उड़ रही है और अब वो राष्ट्र भक्त संगठनों को भड़का कर व उन्हें चुनौती देकर देश में दहशत गर्दी का माहोल बनाना सोच रही है जो कि मुल्क के लिए खतरा है ! जावेद मलिक

Thursday, December 16, 2010

Congress ko sharm to aayi. Editer JAVED MALIK

Jab AP k CM kiran kumar reddy ne kaha k MAKKA MASJID visfot mamle me police dwara muslim samaj k begunah ladko ko barbartapoorwak pitayi karke visfot ki sajish me fasane ki baat sabit hone par congress govt. Bina shart maafi mangne k liye tayyar h. Vidhan sabha me Mazlis ke ndta Akbaruddin Ovesi ki maang par bina vajah fansaye gaye musalman ladko ko financial help karne ka wada kiya.
Reddy ne kaha 'begunah ladko ko lelar hum b chintit h. Muslim varg k kisi b yuva ko jaan bujhkar fansaya gaya h to hum iske liye bina shart mafi mangne ko tayyar h. Is mamle me 100 se jyada muslim ladko ko be vajah fasaya gaya h. Jis se unke hath se nokri ke moke nikal gaye h. Or unhone Desh drohi hone ka kalank jhela h. Jo Nakabile bardasht h. Editer/ javed malik 09999180480

Wednesday, December 8, 2010

Aaj fir ek masoom ladki ki jaan banaras dhamako me chali gayi kitne armaan us masoom ke maa baap ne uski zindagi ko lekar sajaye honge kaun janta h?
Dhamaka karne wale Dhahshat Gard ye kyon Bhool jate h ki wo bhi kisi maa ke bete h unki maa par kya guzregi unki lash dekhkar? Kya dhahshat gard kisi mazhab me yakeen nahi rakhte or agar rakhte hai to wo kaun sa mazhab hai jo insaan ki jaan lene ki izazat deta h? Mazhab e Islam to bilkul bhi nahi. Insaano ki jaan lene walo tumhare liye Dozakh ke raaste khule h.
Javed malik

Thursday, December 2, 2010

धर्म के नाम पर रोटी क्यों और कब तक? जावेद मलिक
पिछले कुछ समय से एक बार फिर कुछ नेतागण मुस्लिम वोट बैंक का कार्ड खेलना चाहते है कोई आर एस एस और सिमी को एक जैसा संघठन बता रहा है तो कही पूरे दो साल बाद अजमेर ब्लास्ट मामले में संघ का नाम आता है जाहिर है सब कुछ बिहार विधान सभा चुनाव में मतदाताओ को रिझाने के लिया किया गया था लेकिन इस तरह सांप्रदायिक भावना को भड़काने की कोशिश करने वाले नेतागण ये भूल गए थे की आपसी भाईचारे को कितना नुकसान हो सकता था जिन बुरी यादो को हमारा देश भूलना चाह रहा है उन्हें फिर से हरा करने की कोशिश की गयी थी कांग्रेस की नज़र में सत्ता देश से बड़ी हो गयी थी इतिहास गवाह है की इस सत्ता संग्राम में पाकिस्तान के दो टुकड़े हो गए थे हमारे यहाँ यह झगडा फिर से जहर न घोल दे आख़िरकार ऐसे मुद्दे चुनाव से पहले ही क्यों उठाते है ? ताकि मुस्लिम वोट बैंक कांग्रेस की तरफ आजाये !
एक नज़र : गरीबी रेखा के निचे रहने वालो में ६० प्रतिशत आबादी मुस्लिम लोगो की है जबकि पूरे देश में मुस्लिम आबादी २० प्रतिशत है इसके कारणों की पड़ताल के लिए कई आयोग बने पर कारणों का पता चलने के बावजूद देश में एक वर्ग ऐसा है जो मुसलमानों को गरीब ही रखना चाहता है कुदरत का नियम है जब तक बराबरी नहीं रहेगी तरक्की मुश्किल है ! लेकिन अफ़सोस दुनिया की सबसे बड़ी मुस्लिम आबादी भारत में बस्ती है लेकिन मुसलमानों को असुरक्षा का डर दिखा कर गरीब बस्ती में रहने को मजबूर कर दिया गया है ! भारत में मुसलमानों में तालीम की काफी कमी है लेकिन मुसलमानों को तालीम की तरफ न ले जाकर सांप्रदायिक झगड़ो की तरफ धकेला जाता है हमारी सोच को विकासपरक न बना कर बार बार धर्म के नाम पर उत्तेजित करने की कोशिश की जाती है क्या इन सब से हमारे देश की तरक्की पर फर्क नहीं पड़ता? जावेद मलिक

Tuesday, November 30, 2010

दोस्तों मुसलमान इतना पीछे क्यों है ईस से जुडी जों भी जानकरी या विचार आपके पास है तो मुस्लिम आन्दोलन को जरूर पोस्ट करे ताकि हम सब मिलकर मुसलमानों में जागरूकता पैदा कर सके और मुसलमान खुदमुख्तार बन सके आपका दोस्त जावेद मलिक
aaj musalmaan itna pichhe kyon hai kabhi socha hai apne shayad nahi apni glti ki wajah se ab sochenge k kya galti ho gayi congrres ko vote dene sabse badi galti jo hamesha hamko bjp se darati rahi or hame pichhe dhakelti rahi hamare chhote chhote karkhane aaj kahan hai julahe ka lathha teli ka tel mistri ka thhiya or na jane kitni aisi anginat kam kaaj hai jo hame 400 ya 500 rs. ka daily karobar de sakte hai lekin congrees ne videshi takton k aage hamara kaam kaaj dusri badi companys ko de diye